पाठ 7 ज्ञानं भारः क्रियां विना | Gyan Bhar Kriya Bina obective

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Gyan Bhar Kriya Bina obective

प्रश्‍न 1. प्रस्तुत पाठ ‘ज्ञान भारः क्रिया विना’ से लेखक किस बात को प्रमुख मानते हैं?
(a) ज्ञान के बिना कोई भी कार्य संभव नहीं है
(b) बुद्धिमान व्यक्ति विद्वान से श्रेष्ठ होते हैं
(c) विद्वान से बुद्धि की प्राप्ति होती है
(d) विद्या से राजा से धन प्राप्त करना आवश्यक है
उत्तर – (b)

प्रश्‍न 2. “वरं बुद्धिः सा विद्या विद्याया बुद्धिमताम्” श्लोक में किसकी तुलना की गई है?
(a) विद्वान की
(b) बुद्धिमान की
(c) शास्त्रज्ञ की
(d) ज्ञानी की
उत्तर – (b)

प्रश्‍न 3. ‘ज्ञान भारः क्रिया विना’ पाठ में किसे ‘मूर्ख’ कहा गया है?
(a) विद्वान को
(b) केवल शास्त्रज्ञ को
(c) बुद्धिमान को
(d) ज्ञानहीन को
उत्तर – (c)

प्रश्‍न 4. किस कारण से बुद्धिहीन विद्वान को ‘मूर्ख’ माना गया है?
(a) ज्ञान की कमी के कारण
(b) व्यवहार की कमी के कारण
(c) केवल शास्त्रज्ञान के कारण
(d) व्यवहारिक बुद्धि के कारण
उत्तर – (b)

प्रश्‍न 5. ‘अयं निजः परो वेति’ श्लोक में किसकी बात की गई है?
(a) विद्वानों की
(b) उदार विचार वालों की
(c) बुद्धिमानों की
(d) ज्ञानहीनों की
उत्तर – (b)

प्रश्‍न 6. “अवशेन्द्रियचित्तानां हस्तिस्नानमिव क्रिया” श्लोक में किसका उदाहरण दिया गया है?
(a) ज्ञान की उपयोगिता का
(b) ज्ञान की बेवकूफी का
(c) ज्ञान का भार होने का
(d) शिक्षा के महत्व का
उत्तर – (c)

प्रश्‍न 7. ‘ग्यान भारः क्रिया विना’ पाठ में ‘वृक्षमारोहामि’ वाक्य किससे संबंधित है?
(a) ज्ञान की परीक्षा से
(b) विद्या की महत्वता से
(c) व्यवहारिक ज्ञान से
(d) तात्कालिक निर्णय से
उत्तर – (a)

प्रश्‍न 8. ‘नौतिकार’ का तात्पर्य किससे है?
(a) बुद्धिमान व्यक्तियों से
(b) नीतिकारों से
(c) विद्वानों से
(d) साधारण व्यक्तियों से
उत्तर – (b)

प्रश्‍न 9. ‘उदारचरितानां तु वसुधैव कुटुम्बकम्’ का क्या अर्थ है?
(a) सभी लोग एक ही जाति के होते हैं
(b) सभी लोग अपने परिवार के सदस्य होते हैं
(c) अच्छे विचार वाले लोग पूरी दुनिया को अपना परिवार मानते हैं
(d) सभी लोग एक ही राष्ट्र के होते हैं
उत्तर – (c)

प्रश्‍न 10. ‘बुद्धिहीन विद्या’ की तुलना किससे की गई है?
(a) आभूषणों से
(b) हाथियों से
(c) कीचड़ से
(d) धूल से
उत्तर – (a)

प्रश्‍न 11. ‘सर्वस्यापि पर्यावरणस्य स्वस्थतां प्रति जागरूका अभवन्’ इस वाक्य में किसके प्रति सतर्कता व्यक्त की गई है?
(a) प्राकृतिक आपदाओं के प्रति
(b) पर्यावरण के प्रति
(c) जलवायु परिवर्तन के प्रति
(d) सामाजिक असमानताओं के प्रति
उत्तर – (b)

प्रश्‍न 12. ‘तदागच्छतु गृहम्’ वाक्य में ‘तदागच्छतु’ से क्या तात्पर्य है?
(a) विद्या का उपयोग
(b) घर जाने की बात
(c) विद्या की कमी
(d) ज्ञान की परीक्षा
उत्तर – (b)

प्रश्‍न 13. ‘शस्त्रज्ञान’ का संदर्भ किसके साथ है?
(a) बुद्धिमान से
(b) विद्वान से
(c) मूर्ख से
(d) ज्ञानी से
उत्तर – (b)

प्रश्‍न 14. “न तज्जलं यन्न सुचारुपघ्कजं” का क्या अर्थ है?
(a) जल की शोभा कमल के बिना
(b) कमल की शोभा जल के बिना
(c) कमल और जल का महत्व
(d) भौरों की भूमिका
उत्तर – (a)

प्रश्‍न 15. ‘ज्ञानं भारः क्रियां विना’ श्लोक में ‘दुर्भगाभरणप्रायो’ से क्या तात्पर्य है?
(a) ज्ञान का महत्व
(b) ज्ञान का भार
(c) ज्ञान की कमी
(d) ज्ञान का उपयोग
उत्तर – (b)

प्रश्‍न 16. ‘अहो! अस्माकमेकश्चतुर्थो मूढः’ में ‘मूढः’ शब्द किसे संदर्भित करता है?
(a) बुद्धिमान व्यक्ति को
(b) विद्वान को
(c) मूर्ख व्यक्ति को
(d) ज्ञानी को
उत्तर – (c)

प्रश्‍न 17. ‘तद्विद्याप्रभावेण जीवनसहितानि कुर्मः’ का क्या अर्थ है?
(a) ज्ञान के प्रभाव से जीवन प्राप्त करना
(b) विद्या का सम्मान
(c) विद्या के बिना जीवन
(d) ज्ञान की कमी
उत्तर – (a)

प्रश्‍न 18. ‘तदागच्छतु एषः’ में ‘तदागच्छतु’ किसे संदर्भित करता है?
(a) विद्वान को
(b) विद्या को
(c) बुद्धिमान को
(d) विद्या की परीक्षा को
उत्तर – (a)

प्रश्‍न 19. “अयं निजः परो वेति” का क्या संदेश है?
(a) अपना और पराया भाव
(b) सबके प्रति समानता
(c) परिवार के प्रति प्रेम
(d) विद्या का महत्व
उत्तर – (b)

प्रश्‍न 20. ‘यतो वयं बाल्यात्प्रभृत्येकत्रा क्रीडिताः’ का क्या अर्थ है?
(a) सभी लोग बचपन से खेलते हैं
(b) सभी लोग एक ही स्थान पर रहते हैं
(c) सभी लोग एक साथ खेलते हैं
(d) सभी लोग विद्या प्राप्त करते हैं
उत्तर – (c)

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प्रश्‍न 21. ‘ज्ञान भारः क्रिया विना’ में कौन-सी विद्या निराधार मानी गई है?
(a) शास्त्रज्ञान
(b) लौकिक व्यवहार
(c) शारीरिक ज्ञान
(d) प्रायोगिक ज्ञान
उत्तर – (a)

प्रश्‍न 22. “ज्येष्ठतरः प्राह” में ‘ज्येष्ठतरः’ से किसे संदर्भित किया गया है?
(a) सबसे बड़ा
(b) सबसे बुद्धिमान
(c) सबसे विद्वान
(d) सबसे पुराना
उत्तर – (d)

प्रश्‍न 23. ‘सिंहकारकाः’ शब्द का क्या अर्थ है?
(a) शिकार करने वाला
(b) सिंह से संबंधित
(c) विद्वान
(d) मूर्ख
उत्तर – (b)

प्रश्‍न 24. ‘सिंहः निष्पाद्यते’ में ‘निष्पाद्यते’ का क्या तात्पर्य है?
(a) निर्माण
(b) मृत्यु
(c) जीवन
(d) सृजन
उत्तर – (a)

प्रश्‍न 25. ‘सभी लोग एक साथ खेलते हैं’ का तात्पर्य किससे है?
(a) भेदभाव से
(b) समानता से
(c) परो और निज की सोच से
(d) परोपकार से
उत्तर – (b)

प्रश्‍न 26. ‘उदारचरितानां’ शब्द का क्या अर्थ है?
(a) महान विचार वालों के
(b) बुद्धिमान व्यक्तियों के
(c) परोपकारी लोगों के
(d) सभी लोगों के
उत्तर – (a)

प्रश्‍न 27. ‘विद्या नास्ति’ का क्या अर्थ है?
(a) विद्या की कमी
(b) विद्या का उपयोग
(c) विद्या का महत्व
(d) विद्या की प्राप्ति
उत्तर – (a)

प्रश्‍न 28. ‘अस्ति मूर्ख’ का संदर्भ किससे है?
(a) विद्या से
(b) बुद्धि से
(c) ज्ञान से
(d) व्यवहार से
उत्तर – (d)

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1 thought on “पाठ 7 ज्ञानं भारः क्रियां विना | Gyan Bhar Kriya Bina obective”

  1. Gyan Bhar Kriya ke bina kisi bhi uddeshya ko prapt karna mushkil hai. Yeh hamare jevan mein ek mahatvapurna sthan rakhta hai. Ham isse apne mann aur aatma ko sudharne ke liye upyog kar sakte hain. Kya aap bata sakte hain ki iska asli arth kya hai?

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